न्यूयॉर्क : एक साल बाद भी नहीं दफन हो पाए कोरोना से मरने वालों के शव, कब्रिस्तानों में जमीन की कमी

By: Ankur Tue, 11 May 2021 6:27:58

न्यूयॉर्क : एक साल बाद भी नहीं दफन हो पाए कोरोना से मरने वालों के शव, कब्रिस्तानों में जमीन की कमी

दुनियाभर में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी हैं और इससे मारें वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा हैं। न्यूयॉर्क में बीते साल कोरोना की पहली लहर में मरने वालों का बड़ा आंकड़ा था। लेकिन हैरानी की बात तो यह हैं कि बीते साल मरे लोगों को अभी तक भी कब्रिस्तानों में जमीन नहीं मिल पाई हैं और उनकी लाशें रेफ्रिजरेटेड ट्रकों में रखी हुई हैं। हालात ऐसे बन गए थे कि मरने वालों को दफनाने के लिए कब्रिस्तानों में जमीन की कमी पड़ गई। दुर्भाग्य से एक साल बाद भी इन रेफ्रिजरेटेड ट्रकों में रखे शव आज भी दफन होने का इंतजार कर रहे हैं। एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक नगर परिषद स्वास्थ्य समिति ने पिछले हफ्ते स्वीकार किया कि ब्रुकलिन वॉटरफ्रंट के किनारे पार्क किए गए ट्रकों के अंदर कोरोना संक्रमण से मरने वाले लोगों के करीब 750 शव रखे हुए हैं।

एक समाचार वेबसाइट के अनुसार, अधिकारी अब इन शवों की संख्या को कम करने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकांश शवों के हार्ट आइलैंड में दफन करने की योजना बनाई जा रही है। हार्ट आइलैंड एक कब्रिस्तान है जो कि एक मील लंबा है। इसे संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे बड़ा सामूहिक कब्रिस्तान कहा जाता है। इसका इस्तेमाल वर्षों से शहर के गरीबों और लावारिस शवों को दफनाने के लिए किया जा रहा है।

मेडिकल परीक्षक कार्यालय के कार्यकारी डिप्टी कमिश्नर दीना मनियोटिस ने कथित तौर पर स्वास्थ्य समिति को बताया कि उनका कार्यालय कोविड-19 बीमारी से मरने वालों के परिवारों से संपर्क करने की कोशिश कर रहा है। उनके परिवारों से अनुमति मिलते ही इन शवों को हार्ट आईलैंड में दफनाने का काम शुरू हो जाएगा।

ये भी पढ़े :

# BJP मंत्री की सलाह - सुबह 10 बजे करें यज्ञ, नहीं आएगी कोरोना की तीसरी लहर

# Positive News: जन्म लेते ही पॉजिटिव पाई गई बच्ची, 5 दिन में कोरोना को दी मात

# हरियाणा के कई गांव कोरोना की चपेट में, रोहतक के टिटौली में दो हफ़्तों में 40 लोगों की हुई मौत!

# कोरोना मरीजों पर Ivermectin के इस्तेमाल पर WHO ने जारी की चेतावनी, एक दिन पहले ही गोवा सरकार ने दी थी मंजूरी

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com